🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 हँसी गुलों में सितारों में रौशनी न मिली मिले न तुम तो कहीं भी हमें ख़ुशी न मिली 🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 न चाँद में न शफ़क़ में न लाला-ओ-गुल में जो आप में है कहीं भी वो दिलकशी न मिली 💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖 निगाह लुत्फ़ की है मुंतज़िर मिरी शब-ए-ग़म सितारे डूब चले और रौशनी न मिली 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 हमीं को सौंप दिए कुल जहाँ के रंज-ओ-अलम किसी में और हमारी सी दिल-दही न मिली 💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖 निगाह-ए-दोस्त ने बख़्शी जो दिल को मद-होशी शराब-ओ-जाम से हम को वो बे-ख़ुदी न मिली 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 हर इक नशात में पिन्हाँ मिला नशात का ग़म जो ऐश से हो बसर ऐसी ज़िंदगी न मिली 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 मिरे ख़याल में हैं ये तजल्लियाँ किस की अँधेरी रात में भी मुझ को तीरगी न मिली 🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀 वही फ़ज़ा वही गुलशन वही हवा है मगर मिली जो गुल को वो ख़ारों को ज़िंदगी न मिली ☘☘☘☘☘☘☘☘☘☘☘☘ गिला करेंगे न अब मेरे बा'द के रहरव कि उन को राह-ए-मोहब्बत ...
Posts
Showing posts from June 23, 2018